राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय कार्यक्रम के तीसरे दिन का सफलतापूर्वक समापन

दिनाँक -17/03/2021 को राजकीय महाविद्यालय चंद्रबदनी (नैखरी), टिहरी गढ़वाल में प्राचार्या श्रीमती पुष्पा उनियाल जी की अध्यक्षता में, राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय कार्यक्रम के तीसरे दिन का सफलतापूर्वक समापन हुआ।

कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों ने प्रार्थना एवं राष्ट्रगान के साथ की। इसके उपरांत स्वयं सेवियों द्वारा सैंकरी सैंन गांव तक रैली निकाली गई ,वहां पहुंचने पर क्षेत्र में सफाई अभियान सफलतापूर्वक संपन्न करने के उपरांत स्थानीय लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याएं समझने की कोशिश की गई। तत्पश्चात विद्यार्थियों द्वारा स्थानीय लोगों के लिए सरकारी योजनाओं के संदर्भ में भी जानकारी ली गई। बौद्धिक सत्र के मुख्य अतिथि चिकित्साधिकारी, सी. एच. सी,हिंडोलाखाल के द्वारा छात्रों को डिवॉर्मिंग टैबलेट्स(अल्बेंडाजोल) दी गई। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को एचआईवी एड्स के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुये, इससे बचाव एवं एड्स पीड़ित व्यक्तियों के प्रति हमारी सामाजिक जिम्मेदारी के बारे में भी छात्रों को जागरूक किया।

आज के कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि स्वामी निगमानंद जी के द्वारा शंकराचार्य के अद्वैत सिद्धांत की समकालीन व्याख्या कर छात्रों के समक्ष वेदांत दर्शन का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करके अद्वैत दर्शन के मूल वाक्य ‘ब्रह्म सत्य जगत मिथ्या’ को भी समझाया गया ।

शिविर के कार्यक्रम अधिकारी डॉ प्रताप सिंह बिष्ट जी ने भी छात्रों को अपने सामाजिक कर्तव्य पूर्ण निष्ठा से निभाने के लिए जागरूक करते हुए अपने व्यक्तित्व का चहूंमुखी विकास करने हेतु प्रेरित किया।

आजादी के अमृत उत्सव कार्य क्रम के तहद महाविद्यालय की राजनीति विज्ञान की प्राध्यापक सुश्री वंदना ने छात्रों को आजादी की महत्ता समझाते हुए ‘अमृत कलश महोत्सव’के बारे में विस्तृत जानकारी दी और आगे आयोजित होने वाले कार्यक्रम की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की।

सभी स्वयं सेवियों ने कार्यक्रम में पूर्ण उत्साह से प्रतिभाग किया। छात्रों द्वारा गांधीजी के भजन का सुंदर गायन किया गया जिससे वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ।

इस अवसर पर डॉ सुषमा चमोली ,डॉ आशुतोष कुमार, कार्यक्रम की सह संयोजक सुश्री अनुपा फोनिया, डॉ शाकिर शाह , डॉ ऋचा गहलोत, सुश्री वंदना मैडम, डॉ विनोद कुमार रावत, डॉ देवेन्द्र रावत, श्री नरेश लाल , डॉ आशुतोष जंगवाण ,सुश्री सौम्या कबटियाल ,श्री केदार भट्ट ,श्री विजय बागड़ी,श्री अजय लिंगवाल, श्री दिनेश पुंडीर, श्री उत्तम सिंह,श्री भुवनेश बिष्ट तथा श्री चैन सिंह बिष्ट जी उपस्थित थे।