राष्ट्रीय सेवा योजना के छठे दिन का सफलतापूर्वक समापन

दिनाँक -20/03/2021 को राजकीय महाविद्यालय चंद्रबदनी(नैखरी), टिहरी गढ़वाल में प्राचार्या श्रीमती पुष्पा उनियाल जी की अध्यक्षता में, राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय कार्यक्रम के छठे दिन का सफलतापूर्वक समापन हुआ।

कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों ने प्रार्थना एवं राष्ट्रगान से की । इसके उपरांत छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम सत्र में सुंदर लोक नृत्य की प्रस्तुति दी गई।

‘आज़ादी के अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत आयोजित बौद्धिक सत्र के मुख्य अतिथि श्री देवेन्द्र सिंह नेगी जी, संस्थापक -पहाड़ी सोसायटी नामक एन० जी० ओ०; थे ।

माननीय विशिष्ठ अतिथि ; ‘पहाड़ी सोसायटी’ के माध्यम से स्थानीय युवाओं से जुड़कर उन्हें स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने में अति महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहें हैं।

ललूडीखाल व अन्य क्षेत्रों में होमस्टेज का सफल संचालन कर;क्षेत्रीय टूरिज्म को बढ़ावा देने के साथ ही हमारी संस्कृति का वैश्विक मंच पर प्रचार करके;पलायन , बेरोजगारी जैसी समस्याओं के हल पर भी जोर दिया जा रहा है।

साथ ही उन्होंने ऑर्गेनिक फार्मिंग, कैश क्रॉपिंग, क्रॉप रोटेशन पर बल देते हुए बागवानी के माध्यम से आय वृद्धि के नए आयामों पर भी प्रकाश डाला।

आज के कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि श्री बिलेश्वर झलडियाल जी (पर्यावरणविद) थे। माननीय मुख्य अतिथि ;पर्यावरण के क्षेत्र में पिछले कई दशकों से कार्य कर; आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा श्रोत बने हुए हैं।

इन्होंने चंद्रबदनी समेत अन्य क्षेत्रों में वृक्षारोपण कर पहाड़ को बांज,बुरांस,देवदार जैसे दैवीय संसाधनों से धनी करने में अहम भूमिका निभाई है।साथ ही जल संरक्षण एवं प्राकृतिक श्रोतों को पुनः जीवित करने हेतु भी निरंतर प्रयासरत हैं।

महाविद्यालय में रसायन विज्ञान के प्राध्यापक डॉ देवेन्द्र सिंह रावत जी ने भी छात्रों को संबोधित करते हुए उन्हें आत्म विश्वास,पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण भाव से कार्य कर देश की प्रगति में महत्वपूर्ण भागीदारी निभाने के लिए प्रेरित किया।

शिविर के कार्यक्रम अधिकारी डॉ प्रताप सिंह बिष्ट जी ने भी छात्रों को अपने व्यक्तिगत अनुभवों के माध्यम से व्यावहारिक ज्ञान देकर मार्गदर्शन किया। उन्होंने क्षेत्र से होने वाले पलायन पर चिंता व्यक्त करते हुए छात्रों को कृषि,बागवानी में प्रयुक्त आधुनिक तकनीकों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए आत्म निर्भर होकर क्षेत्र के विकास का महत्वपूर्ण स्तंभ बनने के लिए प्रेरित किया।

इस अवसर पर डॉ सुषमा चमोली ,डॉ आशुतोष कुमार, कार्यक्रम की सह संयोजक सुश्री अनुपा फोनिया, डॉ शाकिर शाह , डॉ ऋचा गहलोत, सुश्री वंदना मैडम, डॉ विनोद कुमार रावत, डॉ देवेन्द्र रावत,डॉ अरविंद सिंह राणा,श्री नरेश लाल , डॉ आशुतोष जंगवाण, सुश्री सौम्या कबटियाल ,श्री केदार भट्ट ,श्री विजय बागड़ी,श्री अजय लिंगवाल, श्री दिनेश पुंडीर, श्री उत्तम सिंह,श्री भुवनेश बिष्ट तथा श्री चैन सिंह बिष्ट जी उपस्थित थे।