राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम के पांचवे दिन का सफलतापूर्वक समापन

दिनाँक -19/03/2021 को राजकीय महाविद्यालय चंद्रबदनी(नैखरी), टिहरी गढ़वाल में प्राचार्या श्रीमती पुष्पा उनियाल जी की अध्यक्षता में, राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय कार्यक्रम के पांचवे दिन का सफलतापूर्वक समापन हुआ।

कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों ने प्रार्थना एवं राष्ट्रगान से की । स्वयं सेवियों को शारीरिक एवं बौद्धिक विकास का महत्व समझाते हुए कार्यक्रम अधिकारी डॉ पी. एस बिष्ट जी द्वारा व्यायाम सत्र का भी आयोजन करवाया गया।

इसके उपरांत स्वयं सेवियों ने नागराज तप्पड़ स्थित डेयरी फार्म का दौरा कर डेयरी फार्मिंग का महत्व समझा।

‘आज़ादी के अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत आज कविता पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें सभी छात्रों ने पूरे उत्साह से प्रतिभाग कर अपनी रचनात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर यमुना ग्रुप की सदस्य कु० रीना रही जिन्होंने स्वरचित कविता ‘बेटियां’ का सुंदर वाचन किया ,द्वितीय स्थान पर सरस्वती ग्रुप की कु० सोनिका रही जिन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी पर कविता प्रस्तुत की तथा तृतीय स्थान पर सरस्वती ग्रुप के ही आशुतोष चमोली रहे जिन्होंने ‘लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती’ नामक कविता का पाठ कर सभी छात्रों को जोश से भर दिया।

महाविद्यालय में हिंदी के प्राध्यापक डॉ अरविंद सिंह राणा जी ने और अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ आशुतोष कुमार जी ने महान कवि जैसे डॉ हरिवंश राय बच्चन जी, राष्ट्र कवि श्री रामधारी सिंह दिनकर जी एवं मैथिली शरण गुप्त जी की कविताओं का अतिसुंदर वाचन करके छात्रों का उत्साहवर्धन किया।

आज के बौद्धिक सत्र के मुख्य अतिथि श्री वीरेन्द्र सिंह कठैत जी ( बी ० डी ० ओ ० देवप्रयाग )एवं पी ०एस० पायल जी (ग्राम पंचायत अधिकारी) थे; जिन्होंने छात्रों को ग्राम पंचायत स्तर पर चल रही विभिन्न सरकारी योजनाएं ; जैसे राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, समाज कल्याण योजनाएं जैसे विधवा पेंशन,विकलांग पेंशन आदि के बारे में जानकारी दी। साथ ही उन्होंने मशरूम फार्मिंग,डेयरी, कुक्कुट पालन ,बकरी पालन, परंपरागत कृषि एवं ऑर्गेनिक कृषि के ज़रिए आर्थिक क्षमता में वृद्धि करने हेतु विभिन्न सरकारी योजनाओं पर भी प्रकाश डाला।

शिविर के कार्यक्रम अधिकारी डॉ प्रताप सिंह बिष्ट जी ने भी छात्रों को अपने व्यक्तिगत अनुभवों के माध्यम से व्यवहारिक ज्ञान देकर उनका मार्गदर्शन किया। उन्होंने क्षेत्र से होने वाले पलायन पर चिंता व्यक्त करते हुए छात्रों को कृषि,बागवानी में प्रयुक्त होने वाली आधुनिक तकनीकों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए आत्म निर्भर होकर क्षेत्र के विकास का महत्वपूर्ण स्तंभ बनने के लिए प्रेरित किया।

इस अवसर पर डॉ सुषमा चमोली ,डॉ आशुतोष कुमार, कार्यक्रम की सह संयोजक सुश्री अनुपा फोनिया, डॉ विनोद कुमार रावत, डॉ देवेन्द्र रावत, डॉ शाकिर शाह , डॉ ऋचा गहलोत, श्री नरेश लाल , डॉ आशुतोष जंगवाण , डॉ अरविंद सिंह राणा, सुश्री वंदना मैडम, सुश्री सौम्या कबटियाल ,श्री केदार भट्ट ,श्री विजय बागड़ी,श्री अजय लिंगवाल, श्री दिनेश पुंडीर, श्री उत्तम सिंह,श्री भुवनेश बिष्ट तथा श्री चैन सिंह बिष्ट जी उपस्थित थे।